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कोलकाता कांड : सीबीआई की शिकंजी में फंस सकते हैं पूर्व प्रिंसिपल संदीप बस 10 दिन 100 घंटे की पूछताछ

कोलकाता कांड : सीबीआई की शिकंजी में फंस सकते हैं पूर्व प्रिंसिपल संदीप बस 10 दिन 100 घंटे की पूछताछ

कोलकाता रेप केस: कोलकाता डॉक्टर रेप मर्डर केस में सीबीआई अपना शिकंजा आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर कस रही है पूर्व प्रिंसिपल संदीप गौर से पिछले दिनों 10 दिनों में 100 घंटे पूछताछ की है सीबीआई ने सीबीआई ने संदीप घोष के खिलाफ वित्तीय अधिनियमितताओं का एक केस दर्ज कर लिया है पूरे देश की इस वक्त नजरे कोलकाता रेप केस की जांच पर टिकी है इस केस को लेकर डॉक्टर का प्रदर्शन जारी है आईजी मेडिकल कॉलेज में पूर्व प्रिंसिपल के खिलाफ सीबीआई के द्वारा बड़ा एक्शन लिया जा रहा है पूर्व प्रिंसिपल संदीप गैस पिछले 10 दिनों में 100 घंटे पूछताछ की गई है इस वक्त संदीप घोष की मुश्किलें बढ़ती जा रही है पूर्व प्रिंसिपल का पॉलीग्राफ टेस्ट करवाया गया है.

पॉलीग्राफ़ टेस्ट में पूर्व प्रिंसिपल और मुख्य आरोपी समेत 7 लोग शामिल हैं इसके बाद सीबीआई ने फिर दर्ज कर ली है इस मामले में अब तक उन्हें सीबीआई की ओर से कोई क्लीन चिट नहीं मिली है इसी के साथ आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई वित्तीय गड़बड़ियों को लेकर भी मामला दर्ज करने जा रही है सीबीआई ने आईजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए करप्शन की जांच शुरू कर चुकी है इस जांच के शुरू होने से पिछले कई सालों से इस अस्पताल में हो रहे सारी गड़बड़ी का कच्चा चिट्ठा भी निकाल कर बाहर आएगा और इसमें छोटी बड़ी सभी मछलियां सीबीआई के जाल में फैंसेंगे.

कोर्ट ने इस मामले की जांच पहले सीबीआई को सौंप थी न्यायमूर्ति राजश्री भारद्वाज ने कहा यह न्यायालय निर्देश देता है कि जांच को सीबीआई को सौंप दिया जाए क्योंकि इस मामले में गंभीर आरोप शामिल है कोर्ट ने अर्जी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व उपाधीक्षक पर सीबीआई जांच के निर्देश दिए थे इन्होंने पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर आरोप लगाया था अख्तर अली ने पिछले साल पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी लेकिन न्याय नहीं मिला संदीप गोस से पूछा गया कि क्या उन्होंने मृतक का पोस्टमार्टम और जिगर मेडिकल कॉलेज में करने पर जोर दिया था सीबीआई ने संदीप घोष के ड्राइवर से पूछताछ की और उनकी कर की तलाशी ली गई थी कर की गतिविधियों का विवरण जानने के लिए फोरेंसिक विशेषज्ञों द्वारा इसकी जांच की गई.

शनिवार को कोलकाता केस में सात लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट किया गया जिसमें शामिल है पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष मुख्य आरोपी संजय राय अस्पताल में मौजूद 4 जूनियर डॉक्टर और एक वालंटियर भी शामिल है लेकिन मुख्य आरोपी संजय राय का टेस्ट जेल में ही होगा और बाकी 6 लोगों का टेस्ट सीबीआई कार्यालय में हुआ पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष का पॉलीग्राफ़ टेस्ट जरूरी है क्योंकि वे अस्पताल के सिर थे सीबीआई यह पता लग रही है कि संदीप गोश्त को इस मामले के बारे में कब और कैसे पता चला आरोपी ने अस्पताल की सुरक्षा में कैसे सेंड लगे और इन्होंने फिर दर्ज करने में देरी क्यों की.

दिल्ली की टीम कर रही है जांच

पॉलीग्राफ टेस्ट में एक मशीन की मदद से इंसान द्वारा दिए गए सवालों के जवाब दिए जाने समय उसकी शारीरिक प्रतिक्रियाओं को मापा जाता है और उससे यह पता चलता है कि वह सच बोल रहा है या झूठ अधिकारियों द्वारा बताया जा रहा है की मुख्य आरोपी संजय राय का पॉलीग्राफ टेस्ट इस जेल में होगा जहां उन्हें बंद किया गया है और बाकी 6 लोगों का टेस्ट केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई के ऑफिस में किया जा रहा है इस पॉलीग्राफ जांच के लिए केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला से विशेषज्ञों का एक दल कोलकाता पहुंचा है इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने भी संदीप घोष की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे और अस्पताल प्रशासन से लेकर सरकार तक को फटकार लगाई थी संदीप घोष पर लावारिस लाशों का सौदा करने जैसे आरोप लगाए जा रहे हैं संदीप गोश्त पर और भी कई आरोप लगे हैं कि वह छात्रों को जानबूझकर फेल किया जाता था और इसके बाद छात्रों को पास करने के लिए पैसे लिए जाते थे मुख्य आरोपी संजय राय और संदीप घोष के बीच सीधे लिंक होने के आरोप लगाने से यह पूरा कैसे गहराता जा रहा है.

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