टेलीग्राम के सीईओ पावेल ड्रोन फ्रांस में गिरफ्तार मैसेजिंग को लेकर लगे गंभीर आरोप
मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम के फाउंडर और सीईओ पावेल ड्रोको फ्रांस में गिरफ्तार कर लिया गया है उन्हें शनिवार 24 अगस्त 2024 की शाम पेरिस के बाहर बजट एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया है मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पावेल अपने प्राइवेट जेट से अजरबेजान की यात्रा कर रहे थे.
पुलिस ने किया गिरफ्तार
पावेल डुराव को एक पुलिस जांच के तहत अरेस्ट वारंट के बाद गिरफ्तार किया गया है जानकारी के मुताबिक टेलीग्राम पर मॉडरेट की कमी के कारण ही है जांच की गई पुलिस का कहना है कि टेलीग्राम पर मॉडरेट की कमी के कारण इसमें आपराधिक गतिविधियां भेजें टॉक जारी रही साथ ही पुलिस का दावा है कि ड्यूरो टेलीग्राम के अपराधिक इस्तेमाल पर रोक लगाने में नाकाम रहे हैं.
कौन है पावेल दुराव
रूस में जन्मे 39 वर्षीय पावेल दुराव टेलीग्राम के संस्थापक और मालिक हैं टेलीग्राम एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है जो कि व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, टिकटोक और भी छत की प्रति द्वंद्वी कंपनी है रूस और फ्रांस की मीडिया ने बताया था कि ड्यूरो 2021 में फ्रांस के नागरिक बन गए थे वहीं टेलीग्राम 2017 में दुबई से अपडेट किया जा रहा है.
रूस और यूक्रेन युद्ध निभा रहा बड़ी भूमिका
टेलीग्राम का प्रभाव रूस यूक्रेन और पुराने उसपर में है रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में यह ऐप एक बड़ा मैसेजिंग प्लेटफार्म बना हुआ है कई और मॉस्को के अधिकारियों के लिए यह जरूरी अप साबित हो रहा है कुछ एक्सपर्ट्स इस वर्चुअल बैटल फील्ड बना रहे हैं फोर्सेज के अनुसार पावेल दुराव की नेटवर्क 15.5 बिलियन डॉलर के करीब है उन्होंने 2014 में रस छोड़ दिया था उसे समय सरदार ने उनके दूसरे प्लेटफार्म पर विपक्षी पार्टियों के समुदायों पर एक्शन लेने के लिए कहा था जिसे उन्होंने मना कर दिया.
कभी आईएसआईएस के लिए बना पसंदीदा ऐप
रिपोर्ट के मुताबिक 2015 के पेरिस हमले के लिए इस ने अपनी बात पहुंचाने के लिए टेलीग्राम का इस्तेमाल किया था इस पर पूछे गए सवालों के जवाब में पावेल ने कहा था कि मुझे लगता है की गोपनीयता का अधिकार आतंकवादी जैसी बुरी घटनाओं के प्रति हमारे दर से ज्यादा महत्वपूर्ण है अक्टूबर 2015 तक इस इस के चैनल पर 9000 तक फॉलोअर्स हो गए थे नवंबर 2015 में टेलीग्राम में इसी के प्रचार प्रसार के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले स्थानांतरित चैनलों को ब्लॉक कर दिया था.
टेलीग्राम की शुरुआत जासूसी से बचने के लिए हुई थी
VK कंपनी में चल रहे विवाद के दौरान ही पावेल ने टेलीग्राम तैयार कर लिया था इसकी शुरुआत एक स्क्रीन ऐड मैसेजिंग सिस्टम के रूप में हुई थी इसकी स्थापना इसलिए की गई थी ताकि रूसी सुरक्षा एजेंसी की जासूसी के बिना वह आपस में बात कर सके.
टेलीग्राम 14 अगस्त 2013 को आईओएस और दो 20 अक्टूबर 2013 को ए एन पी के तो 1d के लिए लांच किया गया इसके लिए फंड और इंफ्रास्ट्रक्चर पावर ने दिया था पिछली कंपनी के शेयर बेचने पर जो पैसे मिले थे सब कुछ टेलीग्राम में लगा दिया उनके भाई निकोलाई ने कोडिंग पर ध्यान दिया.
अक्टूबर 2013 तक ऐप पर एक पर दिल्ली एक्टिव यूजर्स हो गए 2016 तक ऐप पर हर दिन 1500 करोड़ मैसेज का फ्लू होने लगा रस से निकलने के बाद शुरुआती कुछ साल में पावेल ने अपने 15 एंप्लॉई के साथ कई देशों में सफर किया जिसके बाद 2017 में दुबई में अपना हेडक्वार्टर स्थापित किया.