दिल्ली के राजेंद्र नगर में IAS कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से दो छात्रों की मौत हो गई, एक छात्र लापता है.
छात्रों ने बताया कि हर बार बारिश के दौरान कोचिंग के सामने और बेसमेंट में पानी भरता था. राजेंद्र नगर के 85% कोचिंग और लाइब्रेरी बेसमेंट में बनी है, 10 मिनट की बारिश से यहां पानी भर जाता है.घटनास्थल पर NDRF की टीम राहत और बचाव कार्य में झूठी है, बताया जा रहा है कि हादसे के दौरान कई छात्र फैंसे हुए हैं। NDRF की टीम के सर्च ऑपरेशन के दौरान दो छात्राओं और एक छात्रा का शव मिला है। सांसद बांसुरी संवाद ने कोचिंग सेंटर को जिम्मेदार ठहराया है। NDRF ने दो छात्रों और एक छात्रा का शव बरामद किया है।कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने की शाम 7:00 बजे फायर डिपार्टमेंट को सूचना मिली थी। दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय ने बताया कि अचानक पानी भरने का कारण नाले या शिविर लाइन फटने की वजह से बेसमेंट में पानी भर गया। अगर इस मामले में कोई MCD अधिकारी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षा मंत्री ने जांच के आदेश दिए:
दिल्ली के शिक्षा मंत्री ने राव कोचिंग सेंटर के डूबने की घटना पर कहा कि मौके पर फायर सर्विस और NDRF तैनात है। दिल्ली के स्थानीय विधायक और मेयर भी घटनास्थल पर मौजूद थे। इस हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं। इस हादसे से सवाल तो यह आप पर भी उठाये जा रहे हैं कि उन्होंने 15 साल से सीवरेज लाइन ठीक क्यों नहीं कराई। सीवरेज लाइन को सुधारने की कोशिश नहीं की। जांच के बाद हादसे की असल वजह सामने आएगी।अगर MCD की लापरवाही मिली तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
पानी इतनी तेजी से भारत की छात्रा फंस गए:
हादसे के समय लगभग 35 बच्चे मौजूद थे। मौके पर मौजूद एक छात्रा ने बताया कि लाइब्रेरी लगभग 7:00 बजे बंद होती है। हादसे के दौरान सभी बच्चे बेसमेंट से बाहर आ रहे थे लेकिन पानी इतनी तेजी से आया कि कुछ छात्र फस गए और पूरा बेसमेंट 2 से 3 मिनट में ही पानी से भर गया, बारिश का इतना गंदा पानी था कि कुछ दिखाई भी नहीं दे रहा था।
बीजेपी के निशाने पर AAP विधायक:
इस मामले पर भाजपा महासचिव राजेश भाटिया ने AAP विधायक दुर्गेश पाठक पर हमला बोला, उन्होंने मौके पर पहुंच कर एक वीडियो भी जारी किया. उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से हो रही बारिश के कारण, राजेंद्र नगर के कई इलाकों में पानी भर गया था. स्थानीय विधायक को शिकायत भी की गई, लेकिन उन्होंने पानी निकाशी के लिए कुछ भी नहीं किया।