राष्ट्रपति मुर्मू ने कर्तव्य पथ पर तिरंगा फहराया, 76वां गणतंत्र दिवस
आज देश भर में 76वां गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है. राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू ने सुबह 10:30 बजे कर्तव्य पथ पर तिरंगा फहराया 21 तोपों की इस्लामी दी गई. फिर परेड शुरू हुई द्रोपति मुर्मू इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रभु सूफियानों के साथ बाजी में बैठकर कर्तव्य पथ पहुंची उनसे पहले पीएम मोदी कर्तव्य पथ पर आए पीएम ने वहां मौजूद गेस्ट से मुलाकात की सामाजिक न्याय एवं अधिकारिकता मंत्रालय और जनजातीय मामलों के मंत्रालय की झांकी निकाली गई. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की झांकी स्वर्गीय भारत विरासत और विकास थीम पर केंद्रित सही जनजातीय मामलों के मंत्रालय की झांकी महान आदिवासी नेता और समाज सुधार सुधारक भगवान बिरसा मुंडा की डेट 150 जयंती पर मनाए जाने वाली जनजातीय गौरव वर्ष की झलक पेश करती है. जो ट्रेन वहीं व्हीकल चेतन और स्पेशलिस्ट मोबिलिटी व्हीकल कॉपी से होगी जिस कठिन खाकर उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में युद्ध अभ्यास के लिए डिजाइन किया गया है इसके बाद लाइट स्पेशियालिटीज व्हीकल बजरंग और व्हीकल माउंटेड इनफैक्ट्री मोटर सिस्टम है. परेड में आत्मनिर्भर भारत पहला के तहत विकसित व्हीकल (हैवी) भी शामिल है.
भारत मान रहा अपना 76वां गणतंत्र दिवस
कर्तव्य पथ पर हिंदुस्तान की ताकत देखकर हर भारतवासी रोमांचित दिखा परेड के दौरान जवाजों की कदमताल ने हर किसी की धड़कनों को तेज किया ऐसे में लिए आपको बताते हैं इस परेड में शामिल उन रेजीमेंट के बारे में जिनके पराक्रम ने देश की मजबूती को और पुख्ता किया.
लाल रंग की वृद्धि में ब्रिगेड आफ गॉड्स के जवानों का उत्साह
इस दस्ते का नेतृत्व 19 गार्डों के कप्तान रविंद्र भारद्वाज ने किया इस रेजीमेंट को भारतीय सेवा की पहली अखिल भारतीय ऑल क्लास रेजीमेंट होने का सम्मान प्राप्त है. इन्होंने स्वतंत्रता के पूर्व और बाद के सभी संघर्षों में योगदान दिया है रेजीमेंट के नायक मुझे जादू नाथ सिंह और लाल लाज नायक अल्बर्ट एक्का को दुश्मन के समझ सर्वोच्च बलिदान के लिए सर्वोच्च वीरता पुरस्कार महावीर चक्र से सम्मानित किया गया कर्तव्य पथ पर वीरता की मिसाल कायम करने वाले जाट रेजीमेंट का भी जलवा दिखा 200 वर्षों के गौरवशाली इतिहास की साक्षी जाट रेजीमेंट के इस दस्ते की कामना कैप्टन अजय सिंह गैस के हाथों में रही जाट रेजीमेंट का गठन कोलकाता मिलिशिया के नाम से 1795 में हुआ और 1859 में यह नियमित इंफिनिटी बटालियन में तब्दील हो गई इन्होंने प्रथम और द्वितीय दोनों विश्व युद्ध में अपनी सुरविता का पश्चिम दिखाकर फ्रांस, मेसोपोटामिया वर्मा और उत्तरी अफ्रीका के युद्ध में सक्रिय योगदान किया.
गढ़वाल राइफल्स….
कर्तव्य पथ पर सीधी कदमताल से आगे बढ़ता गढ़वाल राइफल्स का भी दस्त दिखा इसका नेतृत्व वाले फिट लेफ्टिनेंट रोहित लक्ष्मण कूड़ा चेक ने किया भारतीय सेवा की 136 वर्ष पुरानी रेजिमेंट में गढ़वाल मंडल के पौड़ी चमेली टिहरी देहरादून उत्तरकाशी यानी सात जिलों के जवानों का प्रतिनिधित्व है प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध में सभी दुर्गम और जटिल युद्ध क्षेत्र में अपने शौर्य के जौहर दिखाने के फल स्वरुप रेजीमेंट के जवानों को कई युद्ध सम्मान मिले हैं जिसमें तीन विक्टोरिया फ्रांस हासिल हुए इनका युद्ध घोष है. बद्री विशाल लाल की जय.
महार रेजीमेंट का नेतृत्व कैप्टन अमन कुमार सिंह ने किया डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के प्रथम प्रयासों के फल स्वरुप बेलगाम में 1 अक्टूबर 1941 को महान रेजीमेंट का गठन हुआ रेजीमेंट ने अपने गठन के बाद से कई ऑपरेशन में भाग लिया है और राहत अभियां राष्ट्र निर्माण और खेलों में भी अपनी योग्यता साबित की है यह रेजीमेंट अब 21 नियमित इन फैक्ट्री बटालियन तीन प्रादेशिक बटालियन तीन राष्ट्रीय राइफल्स और एक टास्क फोर्स के साथ मिलकर विस्तार दे चुकी है इनका युद्ध घोष, बोलो हिंदुस्तान की जय.
जम्मू एवं कश्मीर राइफल्स का मार्चिंग दस्ता
कर्तव्य पथ पर जम्मू कश्मीर राइफल्स की कड़ी बड़े शान से आगे बढ़ती दिखाई इस दस्ते का नेतृत्व जम्मू एवं कश्मीर राइफल्स की 18वीं बटालियन के मेजर विक्रमजीत सिंह ने किया यह रेजीमेंट डोगरा राज्य के महाराजा गुलाब सिंह द्वारा राज्य बालों के तौर पर सन 1820 में गठित की गई थी 15 जनवरी 1957 को यह रेजीमेंट भारतीय सेवा के साथ मिल मिला दी गई और अब इसे जम्मू एवं कश्मीर रेजीमेंट के नाम से जाना जाता है फरवरी 1963 में इस रेजीमेंट को जम्मू एवं कश्मीर राइफल्स के तौर पर पुनः निर्मित किया गया इनका युद्ध घोष है, दुर्गा माता की जय.
गूगल ने दिया भारत की विविधता को सम्मान
गूगल ने अपने आधिकारिक बयान में इसे 76वां गणतंत्र गणतंत्र दिवस का उत्सव जो राष्ट्रीय गौरव और एकता का प्रतीक है के रूप में वर्णित किया इस गूगल को बनाने वाले आर्टिस्ट रोहन दाहोत्रे ने कहा गणतंत्र दिवस भारत के लिए अपनी अनगिनत भाष, संस्कृति और परंपराओं के साथ विविधता में एकता का संजीव उदाहरण है रंगीन और शानदार डूडल में गूगल के 6 अक्षरों को उद्धव रूप से भारतीय वन्यजीव और संस्कृति के साथ बना गया है.
इंडोनेशिया में भी होती है, विद्या के देवता, व्यापार के रक्षक गणेश जी की पूजा
Comment on “राष्ट्रपति मुर्मू ने कर्तव्य पथ पर तिरंगा फहराया, 76वां गणतंत्र दिवस”