Iphones मैं आ रहा है starlink satellite connectivity का नया फीचर
आईफोन यूजर्स के लिए अच्छी खबर जल्द ही आईफोन यूजर्स बिना नेटवर्क के कहीं से भी टेक्स्ट मैसेज भेज पाएंगे. क्योंकि एक रिपोर्ट में दावा किया गया है. कि आईफोन में स्टर्लिंग सैटेलाइट कनेक्टिविटी का सपोर्ट मिलने वाला है रिपोर्ट में कहा गया है, कि एप्पल ने अपने लेटेस्ट सॉफ्टवेयर अपडेट में स्पेस एक के स्टरलिंक नेटवर्क को इंटीग्रेटेड कर दिया है. बता दें की सबसे पहले 2024 में ऐपल ने आईफोन 14 सीरीज में लाइफ सेविंग सैटेलाइट कनेक्टिविटी फीचर का सपोर्ट दिया था तब से यह आईफोन के लिए एक खास फीचर बन गया है. आईफोन 15 और आईफोन 16 में इसका सपोर्ट मिलता है अब ऐसा लगता है कि एप्पल अब स्पेसएक्स और टी मोबाइल उस के साथ पार्टनरशिप करके इस तकनीक को बेहतर बनाने पर काम कर रहा है.
एप्पल ने स्पेसएक्स और टी मोबाइल के साथ हाथ मिलाया
ब्लू मार्ग के मार्क गुरमन के एक रिपोर्ट में दावा किया गया है, कि एप्पल आईफोन में स्टरलिंक सैटेलाइट कनेक्टिविटी लाने के लिए स्पेसएक्स और टी मोबाइल के साथ काम कर रहा है. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि टी मोबाइल ने कुछ आईफोन यूजर्स के साथ इस फीचर की टेस्टिंग भी शुरू कर दी है. हालांकि एप्पल ने अपडेट नोटिस में इस फीचर को हाईलाइट नहीं किया है लेकिन अब यूजर सेल्यूलर नेटवर्क से बाहर होने पर भी टेस्टिंग और इमरजेंसी कम्युनिकेशन के लिए स्टार लिंक सैटेलाइट सर्विस का उपयोग कर सकते हैं. टी मोबाइल में पहले स्टरलिंक को सैमसंग मॉडल में जोड़ा था लेकिन अब आईफोन भी इसमें शामिल हो गए हैं.
इन यूजर्स को मिला सर्विस का सपोर्ट
यह अभी बेटा फेज में है. हालांकि यह फीचर वर्तमान में उन यूजर्स के लिए उपलब्ध है जो ios 18.3 के साथ आईफोन चला रहे हैं जिस हाल ही में इन सप्ताह की शुरुआत में जारी किया गया था. टी-मोबाइल ले यूजर्स को स्टरलिंक में शामिल होने के लिए इनवाइट करना शुरू कर दिया है. उन्हें इस तरह के मैसेज के साथ सूचित किया जा रहा है, कि आप टी मोबाइल स्टार लिंक बेटा में है अब आप लगभग कहीं से भी सेटेलाइट के जरिए टेस्टिंग करके जुड़े रह सकते हैं सर्विस का उपयोग करने के लिए यूजर्स को बस ios 18.3 में अपडेट करना होगा और इसे अपने आईफोन की सेल्यूलर सेटिंग्स के माध्यम से मैनेज कर सकते हैं.
एंड्रॉयड 15 यूजर्स को भी मिल सकता है सपोर्ट
एलॉन मस्क ने एक पर पुष्टि की, की यह तकनीक टेस्ट मैसेजिंग इमेज म्यूजिक और पॉडकास्ट का सपोर्ट करती है. उन्होंने यह भी बताया कि भविष्य के अपडेट में वीडियो सपोर्ट भी शामिल हो सकता है. टी मोबाइल आने वाले महीने में बेटा को और अधिक डिवाइस तक पहुंचाने की योजना बना रहा है. जिसमें एंड्रॉयड 15 यूजर्स भी शामिल है.
फिलहाल सिर्फ मैसेज भेजने का सपोर्ट
टी-मोबाइल आईफोन यूजर्स के लिए जब वह सेल्यूलर रेंज से बाहर होते हैं तो उनका डिवाइस स्पेसएक्स के सैटेलाइट सर्विस मैसेज भेजना या इमरजेंसी कनेक्ट के लिए स्टर्लिंग और ग्लोबल स्तर के बीच टंगल की सुविधा प्रदान करती है. अभी स्टरलिंक केवल टेस्ट का सपोर्ट करती है लेकिन कंपनी इसमें डाटा और वॉइस सर्विसेज को जोड़ने पर भी काम कर रही है. दोनों सर्विसेज के बीच एक महत्वपूर्ण अंतर यह है कि स्टरलिंक सर्विस ऑटोमेटेकली काम करती है. भेज ही फोन आपकी जेब में हो जबकि ग्लोबल स्तर को कनेक्शन स्थापित करने के लिए फोन को आकाश की ओर दिखाने की आवश्यकता होती है.
सर्विस फिलहाल अमेरिका तक ही सीमित…
जबकि एप्पल की सैटेलाइट सर्विस ग्लोबल है. स्टर्लिंग की वर्तमान उपलब्धता अमेरिका तक ही सीमित है और इसे विशेष रूप से हाइकिंग टेलर्स जैसे दूर दराज के क्षेत्र के लिए डिजाइन किया गया है. जहां सेल्यूलर सर्विस उपलब्ध नहीं है दोनों सर्विसेज उन स्थितियों के लिए एक आवश्यक वे कब प्रदान करती है. जहां पारंपरिक मोबाइल नेटवर्क भी फेल हो जाते हैं.
स्टरलिंक के लिए तय की गई शर्तें
भारत में स्टरलिंक के लिए निर्धारित की गई शर्तों में मुख्य रूप से सुरक्षा और डाटा प्रोटक्शन से जुड़ी आवश्यकता शामिल है इन शर्तों के अनुसार स्टरलिंक को भारत में अपने सभी डाटा को स्टोर करना होगा साथ ही अगर इंटेलिजेंस एजेंसी को किसी विशेष मामले में डाटा की जांच करने की जरूरत महसूस होती है तो सरकार को इन कि उत्तर की जांच का अधिकार होगा इसके अलावा दूरसंचार विभाग ने इस मामले में स्टर्लिंग के साथ एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया है अलंकार स्टार लिंक ने इन शब्दों में कुछ छूट की मांगे की थी लेकिन सरकार मैं स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी ग्लोबल प्लेयर जैसे स्टर्लिंग किया अमेजॉन के नियमों में किसी भी प्रकार की डील नहीं करेगी.
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