Nepal की राजधानी काठमांडू में saurya airlines का विमान 19 लोगों को लेकर पोखरा जा रहा था. तभी उड़ान के समय हादसा हो गया इस हदसे मैं 18 लोगों की मौत हो गई.
विमान में कुल 19 लोग सवार थे. जिसमें दो पायलट, दो क्रू मेंबर और 15 यात्री थे. नेपाल के त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर यह हादसा हुआ। नेपाल के नागरिक उडयन प्राधिकरण के खोज और बचाव केंद्र ने यह बताया कि saurya airlines का बॉम्बार्डियर CRO-200 विमान जिसमें लोग सवार थे.इस विमान को रनवे भ्रमण का सामना करना पड़ा, तुरंत ही विमान में आग लग गई, अधिकारियों ने बताया कि 15 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और तीन लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। बयान में बताया गया कि घायल कप्तान मनीष रतन शाक्य की जान को बचा लियाऔर अस्पताल ले जाया। इसमें कहा गया की रेस्क्यू ऑपरेशन फॉरेन शुरू कर दिया गया और आग पर काबू पा लिया गया.
तेज धमाके के कारण लग गई आग:
एक प्रत्यक्षदर्शी जिनका नाम कृष्ण बहादुर थापा है, इन्होंने बताया कि मैंने तेज धमाके की आवाज सुनी, हादसे के दौरान वहां और भी लोग मौजूद थे, उन्होंने बताया की पहले हमे लगा कि कोई वाहन दुर्घटना हुई है. लेकिन देखा तो दुर्घटनाग्रस्त विमान पाया गया, पहले जोर से आवाज आई फिर निकल धुवा और लग गईआग, इस आग की चपेट में विमान में सवार 19 लोग आ गए, जिसमें से 18 की मौत हो गई. उन्होंने बताया कि विमान ‘रनवे 02’ से उड़ान भरने के कुछ ही वक्त बाद दाई और पूर्वी हिस्से में जाकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
सेना के जवान भी उसे रिस्कूय में जुटे:
मेडिकल से लेकर सेना के जवानों की टीम भी इस राहत-बचाव कार्य में जूटी है। नेपाली सरकार को इस हादसे की खबर मिलते ही राहत-बचाव कार्य के लिए सेना के जवानों को घटना स्थल पर भेज दिया गया, और जवानों ने शवो को बाहर निकाला और इस हादसे के जांच के लिए बड़ी कमेटी सिंहदरबार में आयोजित कैबिनेट की मीटिंग में हादसे की जांच के लिए नेपाल के नागरिक उडयन प्राधिकरण के पूर्व महानिदेशक रतीश चंद्रलाल सुमन के नेतृत्व में पांच संसदीय कमेटी बुनाने का फैसला लिया गया।
यह हो सकते हैं दुर्घटना के कारण:
saurya airlines का बॉम्बार्डियर CRO-200 विमान दो क्षेत्रीय जेटों के साथ नेपाल में घरेलू उड़ने संचालित करता है यह लगभग 20 साल पुराने है,खराब हवाई सुरक्षा यह भी दुर्घटना का एक बड़ा कारण हो सकता है.इस हादसे को लेकर और भी कई खबरें सामने आ रही है, कुछ रिपोर्टर्स का कहना है कि नेपाल में पहाड़ी इलाके और खराब मौसम भी हो सकता है कारण! रिपोर्टर्स के मुताबिक नेपाल में पिछले 30 वर्षों में करीब 28 विमान दुर्घटनाएं हो चुकी हैं।