इजरायल के जानी दुश्मन ईरान ने खरीदा रूस का सबसे ताकतवर वेपन, रडार का देता है धोखा, ट्रम्प को लगा 440 वाल्ट का झटका!
ईरानी एयरफोर्स के पास जयादातर लड़ाकू विमान अब पुराने हो चुके है. हाल ही में ऐसे संकेत मिले है, की ईरान, रूस से लाइसेंस लेकर Su-35 fighter jet का प्रोडक्शन स्टार्ट कर सकता है. ये एक टविन इंजन विमान है, जिसे हमला करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. ईरान इस वक्त दोतरफा मार झेल रहा है. उसे जहां इजरायल से चुनोतियो का सामना करना पद रहा है. वही मैरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के सत्ता में आने के बाद से भारी प्रतिबंधों का डर सत्ता रहा है.
तेहरान: क्या इस्लामी देश ईरान अपने सबसे बड़े दुश्मन इजरयाल को करारा झटका देने की तैयारी कर रहा है? रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान रूस से घातक मल्टीरोल Su-35 खरीदकर अपनी एयरफोर्स के इतिहास में एक नया वेपन ऐड करने की तैयारी कर रहा है. हालंकि, इस रिपोर्ट की ना ही ईरान और ना ही रूस की तरफ से कोई पुस्टि की गई है. ख़तम-ओल-अनबिया के डिप्टी कोर्डिनेटर अली शादमानी ने मीडिया में यह स्पस्ट नहीं किया है की कितने विमान खरीदे है और क्या पहले से ही फाइटर जेट ईरान को सौपे जा चुके है. शादमानी ने कहा, “जब भी जरूरी होता है, हम अपनी एयर, लैंड और नेवी फोर्स को मजबूत करने के लिए सैन्य खरीद करते है. मिलिट्री वेपन्स का प्रोडक्शन भी तेज हो गया है.
2024 की एक जर्मन न्यूज़पेपर की रिपोर्ट में कहा गया है, की पिछले साल रुसी कार्गो के जरिए तेहरान में एसयू- 35 फाइटर जेट पहुंचाया गया है. वैसे भी ईरानी एयर फाॅर्स काफी पुरानी हो चुकी है, ऐसे में आशंका लम्बे समय लगाई थी ,की ईरान ,रूस से फाइटर जेट खरीदकर अपने एयरफोर्स बेड़े में शामिल कर सकता है. हालाँकि रिपोर्ट्स की माने तो ये सच होता दिख रहा है.
19 मार्च को दिखाया Su-35 का प्रदर्शन
19 मार्च ईरान के सांस्कर्तिक क्लैंडर में एक खास महत्व रखता है. ये फ़ारसी नववर्ष नवरोज की पूर्व संध्या पर पड़ा है, जो वसंत विषुव शुरू होता है. पारसी परंपरा मुताबिक नौरोज ईरान सबसे प्रिय अवकाश माना जाता है. यह वह समय है जब परिवार उज्जवल दिनों के वादे का जश्न मनाने के लिए इकठे होते है इस त्योहार से ठीक पहले एक सैन्य प्रदर्शन की गया जिसमे अगर Su-35 का प्रदर्शन किया गया तो यही माना जायगा की ईरान ना सिर्फ अपनी शक्ति का प्रदर्शन कर रहा है, बल्कि रूस के साथ उसका घातक लाड़कू विमानों के समझोता हो गया है.
ईरान ने इतिहास में भी इस तारिक को अपनी शक्ति का प्रदर्शन दिखाने की कोशिश की है. 2019 में इसी तारिक को बावर-373 एयर डिफेंस सिस्टम का अनावरण किया था. अगर ईरानी एयरफोर्स में Su-35 को शामिल किया जाता है तो एक्सपर्ट्स का मानना है की ये लड़ाकू विमान ईरान की शक्ति गुना बढ़ा देगा. ये ईरान को अकर्मक मशीनो को अंजाम देने के लायक बना देगा।

क्या है Su-35
Su-35 ( जिसे सुखोई भी कहा जाता है ) यह एक रुसी मल्टीरोल फाइटर जेट है। जिसे सुखोई एविएशन कोपरशन द्वारा बनाया गया है. यह विमान Su-27 का अडवांस्ड एडिशन है और कई अतिदुनिक तकनीको से लेस है. सुखोई-35 में दो 117S एयरो-इंजन होते है. ट्रस्टवेक्टरिंग क्षमता के साथ आते है.
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